MAN GARMAYIL BA Lyrics by Neelkamal Singh is Latest song written by Arun Bihari and music given by Raushan Hegde. Video is Released By label Speed Records.
MAN GARMAYIL BA LYRICS NEELKAMAL SINGH
रोवता ओठलाली अब कुहुके कनबाली
रोवता ओठलाली अब कुहुके कनबाली
खायेवाला नईखे घरे बसियाता हेने छाली
ओढ़ना बिछवना सेराइल बा,ओढ़ना बिछवना सेराइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
कइके हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईले बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
ए राजा हो,सुना बाटे गोदिया हमार
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
करीति हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईलs बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
सँवसे शरीर अंइठाईल बा,सँवसे शरीर अंइठाईल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
ए राजा हो,कुफुते में जीव बा हमार
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
नीलकमल मन औँजाइल बा,नीलकमल मन औँजाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
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रोवता ओठलाली अब कुहुके कनबाली
रोवता ओठलाली अब कुहुके कनबाली
खायेवाला नईखे घरे बसियाता हेने छाली
ओढ़ना बिछवना सेराइल बा,ओढ़ना बिछवना सेराइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
कइके हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईले बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
ए राजा हो,सुना बाटे गोदिया हमार
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
करीति हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईलs बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
सँवसे शरीर अंइठाईल बा,सँवसे शरीर अंइठाईल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
ए राजा हो,कुफुते में जीव बा हमार
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
नीलकमल मन औँजाइल बा,नीलकमल मन औँजाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
रोवता ओठलाली अब कुहुके कनबाली
खायेवाला नईखे घरे बसियाता हेने छाली
ओढ़ना बिछवना सेराइल बा,ओढ़ना बिछवना सेराइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
कइके हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईले बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
ए राजा हो,सुना बाटे गोदिया हमार
रहिते बलमुआ तs अंगवा लगइती
करीति हो सोलहो श्रृंगार
पेट के जोगाड़ में निकल गईलs बहरा
सुना बाटे गोदिया हमार
सँवसे शरीर अंइठाईल बा,सँवसे शरीर अंइठाईल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
ए राजा हो,कुफुते में जीव बा हमार
कजरा के धार अब लिलार पर ले पसरे
दरद करता कपार
बिरहीन के भेष भईल बिखरल केश बा
कुफुते में जीव बा हमार
नीलकमल मन औँजाइल बा,नीलकमल मन औँजाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
सेजिया पs भईल ना गजन,कि मन गरमाइल बा
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